लीबिया के बेंगाजी शहर में मंगलवार देर शाम एक मस्जिद के बाहर हुए दो कार बम धमाकों में 27 लोगों की मौत हो गई जबकि 30 लोग घायल हो गये हैं. इन धमाकों में मरने वालों की संख्या और भी बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है. अभी तक किसी भी संगठन ने इस घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है. अधिकारियों के मुताबिक, एक के बाद एक हुए दो कार बम धमाके आधे घंटे के अंतराल पर एक ही जगह पर हुए. पहले बम धमाके की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी हालात को काबू करने की कोशिश कर ही रहे थे कि दूसरा धमाका हो गया. दूसरा धमाका होने के बाद बचाव कार्य में लगे सुरक्षा बलों और अन्य लोगों को काफी नुकसान झेलना पड़ा.
मंगलवार
देर रात हुआ विस्फोट
बेंगाजी में सेना एवं पुलिस बल के प्रवक्ता कैप्टन तारेक अल्खाराज ने धमाके
के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार देर रात पहला विस्फोट रात करीब 8.20 बजे आवासीय सलमानी इलाके में हुआ. दूसरा
बम विस्फोट इसके करीब आधे घंटे के बाद हुआ.दूसरे विस्फोट से पहले वहां मौजूद स्थानीय निवासी और मेडिकल स्टाफ
घायलों को अस्पताल ले जा रहे थे. स्वास्थ्य अधिकारी हनी बेलरास अली ने बताया है कि
इन बम धमाकों में 27 लोग मारे गए हैं और 32 लोग घायल हैं.
घटना की संयुक्त राष्ट्र ने की निंदा
संयुक्त राष्ट्र ने लीबिया में हुए इन बम धमाकों की कड़ी निंदा की
है. संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि देश के नागरिकों पर इस तरह का हमला अंतरराष्ट्रीय
मानवीय कानून के खिलाफ है और युद्ध जैसा एक अपराध है.
आपको बता दें कि इससे पहले भी वर्ष 2011 में लीबिया के कई शहरों में इस तरह के
धमाके हुए हैं. वर्ष 2011 में लीबिया के तानाशाह मोम्मार गद्दाफी को सत्ता से बेदखल करने और
हत्या के बाद लीबिया में अराजकता जैसी स्थिति हो गई है. फिर वर्ष 2014 से ही लीबिया के पूर्वी और पश्चिमी
इलाकों में अलग-अलग सरकारें और संसद हैं और दोनों को अलग-अलग संगठनों और जनजातियों
का समर्थन हासिल कर सत्ता पर काबिज हैं. जिसके कारण बेंगाली में स्थिति दिनों दिन
बद से बदत्तर होती जा रही है.
Leave Your Comment